यहाँ श्रीकृष्ण से जुड़ीं 100+ प्रेरणादायक कोट्स प्रस्तुत हैं:
- “कर्म कर, फल की चिंता मत कर।”
- “जो हुआ, वह अच्छे के लिए हुआ। जो हो रहा है, वह भी अच्छे के लिए हो रहा है। जो होगा, वह भी अच्छे के लिए ही होगा।”
- “इच्छा ही सारे दुखों का मूल कारण है।”
- “स्वयं पर नियंत्रण प्राप्त कर, यही सबसे बड़ी विजय है।”
- “मनुष्य अपने विश्वास से निर्मित होता है, जैसा वह विश्वास करता है, वैसा वह बन जाता है।”
- “भगवान हर किसी के दिल में निवास करते हैं।”
- “क्रोध से भ्रम पैदा होता है, भ्रम से बुद्धि विकृत हो जाती है।”
- “तूने जन्म लिया है, इसलिए मृत्यु सुनिश्चित है।”
- “जो स्वयं पर विजय प्राप्त कर लेता है, वही सच्चा विजेता है।”
- “सत्य हमेशा प्रकाशमान रहता है, झूठ हमेशा अंधकार में डूबता है।”
- “वह व्यक्ति ज्ञानवान है, जो अपने क्रोध और लालच को वश में कर लेता है।”
- “जो अपने कर्म में निष्ठा रखता है, उसे चिंता की कोई आवश्यकता नहीं होती।”
- “दुख और सुख दोनों अस्थायी हैं, इन्हें समान भाव से स्वीकार करो।”
- “मन की शांति सबसे बड़ा धन है।”
- “जो अपने कर्तव्य को समझकर कर्म करता है, वह सबसे महान है।”
- “जीवन एक युद्ध है, जहाँ हर कदम पर संघर्ष है।”
- “आत्म-ज्ञान से ही मुक्ति का मार्ग प्रशस्त होता है।”
- “जिसके मन में धैर्य है, वह हर परिस्थिति में विजयी होता है।”
- “सभी के प्रति दया और करुणा का भाव रखो।”
- “मृत्यु से मत डरो, यह जीवन का स्वाभाविक हिस्सा है।”
- “सच्चे प्रेम की शक्ति संसार की सभी शक्तियों से महान है।”
- “परिवर्तन संसार का नियम है, इसे स्वीकार करो।”
- “जो अपने कर्म से संसार का भला करता है, वही सच्चा भक्त है।”
- “आत्मा अजर-अमर है, यह कभी नष्ट नहीं होती।”
- “सच्चा ज्ञान वही है, जो हमें सही मार्ग दिखाता है।”
- “अज्ञानता ही जीवन के दुखों का कारण है।”
- “अपने मन और इन्द्रियों पर नियंत्रण रखो।”
- “धर्म का पालन करना मनुष्य का सबसे बड़ा कर्तव्य है।”
- “जो व्यक्ति खुद को जान लेता है, वही संसार को जान सकता है।”
- “मित्रता में सच्चाई और प्रेम का भाव होना चाहिए।”
- “अपना जीवन सदैव सत्य और धर्म के मार्ग पर चलने में व्यतीत करो।”
- “मनुष्य का जीवन उसके कर्मों से बनता है।”
- “जो व्यक्ति सभी में एक ही आत्मा को देखता है, वही ज्ञानी है।”
- “शांति पाने के लिए मन का शुद्ध होना आवश्यक है।”
- “हर परिस्थिति में अपने धर्म का पालन करो।”
- “सच्ची भक्ति वही है, जिसमें मन, वचन और कर्म से ईश्वर को समर्पण किया जाए।”
- “प्रेम और विश्वास से ही जीवन को सुगम बनाया जा सकता है।”
- “जो अपने हृदय में प्रेम और सहानुभूति रखता है, वही सच्चा भक्त है।”
- “अपने अहंकार को त्यागो, यह मनुष्य की सबसे बड़ी बाधा है।”
- “धर्म से बड़ा कोई आदर्श नहीं है।”
- “ज्ञान से ही मनुष्य का उद्धार संभव है।”
- “शांति प्राप्त करने के लिए पहले अपने भीतर के अज्ञान को दूर करो।”
- “जीवन का सच्चा आनंद आत्मज्ञान में है।”
- “जो दूसरों के दुःख को समझता है, वही सच्चा भक्त है।”
- “विचारों की शुद्धि ही आत्मा की शुद्धि है।”
- “जिसने अपने मन को नियंत्रित कर लिया, उसने संसार को जीत लिया।”
- “जो लोग केवल अपने स्वार्थ के लिए जीते हैं, वे कभी सुखी नहीं होते।”
- “दूसरों की सेवा से ही आत्मा की सच्ची तृप्ति होती है।”
- “ईश्वर हर जगह है, उसे अपने भीतर अनुभव करो।”
- “सच्चा प्रेम निःस्वार्थ होता है।”
आगे के 50+ कोट्स:
- “ज्ञान ही प्रकाश है, और अज्ञान ही अंधकार।”
- “अपने कर्तव्यों को निभाओ, परिणाम की चिंता मत करो।”
- “जो धैर्यवान है, वह हर परिस्थिति में संतुष्ट रहता है।”
- “दुख और सुख एक ही सिक्के के दो पहलू हैं।”
- “सच्ची भक्ति में कोई अभिमान नहीं होता।”
- “आत्मा का ज्ञान ही मनुष्य को अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाता है।”
- “अपने मन को सदा शांत और संतुलित रखो।”
- “भगवान का स्मरण करो, वह सदा तुम्हारे साथ हैं।”
- “जो ईश्वर में विश्वास रखता है, उसे किसी बात का भय नहीं होता।”
- “शांति की प्राप्ति के लिए अपने मन को नियंत्रित करो।”
- “जीवन का सच्चा उद्देश्य आत्मा की मुक्ति है।”
- “प्रेम और करुणा से ही सच्ची शांति प्राप्त होती है।”
- “मनुष्य अपने कर्मों से महान बनता है।”
- “जो अपने मन को जीत लेता है, वही सच्चा विजेता है।”
- “सच्चा धर्म वही है, जिसमें सबके प्रति प्रेम और दया हो।”
- “धैर्य और विश्वास से ही मनुष्य अपने जीवन में सफल हो सकता है।”
- “हर कर्म का फल निश्चित होता है, इसलिए सदा अच्छे कर्म करो।”
- “ईश्वर की भक्ति में सबसे बड़ी शक्ति है।”
- “अहंकार मनुष्य के पतन का कारण बनता है।”
- “जो सच्चे हृदय से ईश्वर को याद करता है, वह कभी दुखी नहीं होता।”
- “जीवन का सबसे बड़ा धन आत्म-संतोष है।”
- “सच्चे भक्त का हृदय सदा करुणा और प्रेम से भरा होता है।”
- “जो अपने हृदय में ईश्वर को स्थान देता है, वह सदा सुखी रहता है।”
- “धर्म और सत्य के मार्ग पर चलने वाला कभी पराजित नहीं होता।”
- “कर्म का महत्व समझो, क्योंकि यही तुम्हें महान बनाएगा।”
- “सफलता पाने के लिए पहले अपने भीतर का अज्ञान दूर करो।”
- “भगवान का स्मरण हर संकट को हल्का कर देता है।”
- “जो प्रेम करता है, वही ईश्वर के निकट होता है।”
- “अपने जीवन में सदैव सच्चाई और ईमानदारी का पालन करो।”
- “धर्म का पालन करने वाला व्यक्ति सदा सुखी और समृद्ध रहता है।”
- “आत्म-संयम से ही जीवन का सच्चा मार्ग प्राप्त होता है।”
- “सच्चे प्रेम में किसी प्रकार का स्वार्थ नहीं होता।”
- “भगवान को अपने हृदय में स्थान दो, वे तुम्हें कभी निराश नहीं करेंगे।”
- “अहंकार को त्यागकर ही सच्ची शांति प्राप्त की जा सकती है।”
- “धैर्य और समर्पण से ही भगवान की प्राप्ति होती है।”
- “ईश्वर का स्मरण करने वाला व्यक्ति कभी भटकता नहीं है।”
- “जीवन का सच्चा उद्देश्य सेवा और प्रेम है।”
- “जो दूसरों के दुख को समझता है, वही सच्चा भक्त है।”
- “सच्ची भक्ति में समर्पण और विश्वास का भाव होता है।”
- “जो सच्चे मन से ईश्वर की प्रार्थना करता है, वह कभी असफल नहीं होता।”
- “कर्म के बिना जीवन अधूरा है।”
- “मनुष्य के लिए सबसे बड़ा धर्म मानवता की सेवा करना है।”
- “जीवन का सच्चा आनंद प्रेम और करुणा में है।”
- “सच्ची भक्ति में कोई मोह-माया नहीं होती।”
- “धर्म का पालन करने से ही मनुष्य का कल्याण होता है।”
- “जो सच्चे मन से भगवान को पुकारता है, वह कभी अकेला नहीं होता।”
- “आत्म-ज्ञान से ही जीवन की सच्ची सफलता प्राप्त होती है।”
- “सत्य और धर्म के मार्ग पर चलना ही सबसे बड़ा कर्तव्य है।”
- “ईश्वर की भक्ति करने वाला व्यक्ति कभी पराजित नहीं होता।”
- “जीवन का सच्चा उद्देश्य प्रेम, सेवा और समर्पण है।”
ये श्रीकृष्ण के विचार आपके जीवन को प्रेरित और मार्गदर्शित कर सकते हैं।